[email protected]@tiya अंतरष्ट्रीय गाली
न्यूयॉर्क,अमेरिका 13/01/2120:
पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई जब भूतिया न्यूज़ ने न्यूज़ ब्रेक किया जिसमें संयुक्त राष्ट्र ने [email protected]@tiya को शताब्दी का शब्द (वर्ल्ड ऑफ द सेंचुरी )घोषित किया.
इस शब्द को पूरे संसार में इस साल 150 करोड़ बार उपयोग में लाया गया है. भारत में इसका उपयोग सबसे ज्यादा देखा गया है. पुरातत्व विभाग के वैज्ञानिक इस शब्द की उत्पत्ति भारत में ही मानते हैं.
यह खबर मिलते ही मिलते ही लोगों ने आपस में मिठाइयां बाटी और हॉर्नी सिंह हनी के गाना सूतक सूतक सुतिया ,तू बन गया [email protected]@tiya पर नाचने लगे .
जैसे ही यह खबर ब्रह्मांड के दूसरे देशों में पहुंची तो वहां के लोगों ने राहत की सांस लिया . यह शब्द अंतरिक्ष से निर्माण होने से पहले सुना गया था और पूरे ब्रह्मांड की परिकल्पना [email protected]@tiya के बगैर नहीं की जा सकती.
थोड़ी सी इतिहास बजाएं तो पता चलता है कि इस शब्द का उच्चारण से अनेक तरह की बीमारियां जैसे कि हाई ब्लड, प्रेशर डिप्रेशन संतुलित रहती हैं. कई बार ज्ञानी लोग अपनी अज्ञानता छुपाने के लिए शब्द का उपयोग करते आए हैं.
समाज में है यह कार्बन डाइऑक्साइड की तरह है .छोड़ते सभी हैं बताता कोई नहीं.बस हाथों से नाक और मुंह ढक लेते हैं

दूसरे घटनाक्रम में [email protected]@tiya बनाना अंतर्राष्ट्रीय काम घोषित किया गया है. संयुक्त राष्ट्र के मुख्यलालय न्यूयॉर्क से हमारे संवाददाता चुटियम सल्फेट ने इस बात की पुष्टि की है.
संयुक्त राष्ट्र ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहां है ” [email protected]@tiya बनाने का काम अनंत काल से चलता रहा है, लेकिन देशों ने इसकी महत्ता पर कम ध्यान दिया. यही वजह है की ग्लोबल ह्यूमन इंडेक्स वृद्धि करने के लिए [email protected]@tiya बनाने के काम को अभिन्न अंग माना गया है.”